उत्तरकाशी से बड़ी खबर : मरे हुए को जिंदा दिखाकर उनके नाम से हड़प लिए लाखों, एक गिरफ्तार

उत्तरकाशी: पुलिस ने कोषागार में बड़े गबन का खुलासा किया है। पुलिस को सरकारी धन के गबन की शिकायत मिली थी। जिस पर एसपी पीके राय ने सीओ और कोतवाली पुलिस को मामले की गंभीरता से जांच करने के निर्देश दिए थे। जांच के बाद जो खुलासा हुआ, उससे हर कोई हैरान रह गया। कोषागार के ही कर्मचारियों ने सरकार खजाने से 42 लाख 25 हजार 129 रुपये हड़क लिए। मामले के एक कर्मचारी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

सहायक कोषाधिकारी बृजेन्द्र लाल शाह ने सदर कोषागार उत्तरकाशी में तीन कर्मिकों के खिलाफ फर्जी दस्तावेज कर 42 लाख 25 हजार 129 रुपये का गबन कर लिया। पुलिस ने 3 कोषागार कर्मियों सहायक लेखाकार महावीर सिंह, सहायक कोषाधिकारी धर्मेन्द्र शाह और पीआरडी आरती के खिलाफ कोतवाली में धारा 420, 409, 467, 468, 471 और 120(बी) के तहत मुकदमा दर्ज किया है।

साक्ष्य/तथ्यों के आधार पर उक्त मामले में 12 मृत पेंशनरों के खातों को जीवित कर अभियुक्तों ने कंप्यूटर सिस्टम में फर्जी दस्तावेज बनाकर अपने और अपने परिचितों के खातों में पैसे डालकर सरकारी धन का गबन कर लिया। पुलिस ने अभियुक्त महावीर सिंह नेगी के दो बैंक खातों में लगभग 15,00000, धर्मेंद्र शाह के बैंक के खाते में लगभग 11,68,000 आरती के तीन बैंक खातों में 24 लाख 14000 रुपये का गबन किया गया है।

जांच में दो और नाम भी सामने आए हैं। पीआरडी सुधा उनियाल के बैंक खाते में 1,80,000 और गौरब रावत के बैंक खाते में 8,93,000 रुपये डाले गए हैं। सहायक लेखाकार महावीर सिंह नेगी मातली के पास से गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि मृत पेंशनरों के पैसों को कोषागार से आहरित कर गबन किया गया है। उसने बताया कि वह 2016 से सदर कोषागार मंे सहायक लेखाकार के पद पर नियुक्त है। 2019 एक पेंशनर की पेंशन फेल हो गयी, जिसको उसने एक पीआरडी के खाते में डालकर गबन कर लिया। वो मृत पेंशनर का विवरण भी चेक करता था, कोषागार कर्मी मृत पेंशनर को जीवित दिखाकर उसका पैसा अपने किसी परिचत खाते में डालकर निकाल लेते थे।

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posted on : January 25, 2022 6:23 pm
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