उत्तराखंड साहित्य गौरव महावीर रवांल्टा को मिलेगा बाल साहित्य शिखर सम्मान

पुरोला : रवांई गौरव और उत्तराखंड साहित्य गौरव महावीर रवांल्टा को एक और सम्मान मिलने जा रहा है। मातेश्वरी विद्यादेवी बाल साहित्य शोध एवं विकास संस्थान-सिरसा (हरियाणा) की ओर से उनको एकांकी विधा के लिए डॉ.सुरेन्द्र वर्मा बाल साहित्य शिखर सम्मान-2023 से सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान उन्हें एक अक्टूबर को सिरसा में आयोजित होने वाले अखिल भारतीय बाल साहित्य सम्मेलन में दिया जाएगा।

देश के प्रतिष्ठित साहित्यकार महावीर रवांल्टा को हाल ही में उत्तराखंड साहित्य गौरव सम्मान भी मिला है। इसके अलावा उनको देश के कई प्रतिष्ठित सम्मान भी मिल चुके हैं। हिन्दी साहित्य के साथ ही अपनी लोक भाषा के संवर्धन और संरक्षण के लिए लगातार काम कर रहे हैं। रवांई का मान उन्होंने देशभर में बढ़ाया है। उनकी विभिन्न साहित्यक विधाओं में 36 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं।

बाल साहित्य रचना संसार 

  • ननकू नहीं रहा (बाल एकांकी संग्रह)।
  • विनय का वादा, अनोखा जन्मदिन (बाल कहानी संग्रह)।
  • उत्तराखण्ड की लोककथाएं (भाग 1 व 2)।
  • दैत्य और पांच बहिनें,ढेला और पत्ता (रवांई क्षेत्र की लोककथाएं)।
  • पोखू का घमंड (उत्तराखण्ड की लोककथाओं पर आधारित बाल नाटक)।
  • सफलता का शिखर (बाल कविता संग्रह)बाल साहित्य की प्रकाशित कृतियां हैं।

बाल साहित्य सम्मान 

बाल साहित्य के लिए महावीर रवांल्टा को अब तक बाल प्रहरी एवं बाल साहित्य संस्थान अल्मोड़ा (उत्तराखण्ड), बाल कल्याण संस्थान, उत्तराखण्ड बाल साहित्य संस्थान खटीमा(उत्तराखण्ड), राष्ट्र समर्पण-नीमच (म. प्र.), शब्द प्रवाह -उज्जैन(म. प्र.), राजकुमार जैन राजन फाउंडेशन आकोला (राजस्थान), पं. हरप्रसाद पाठक स्मृति बाल साहित्य समिति मथुरा (उ. प्र.) की ओर से सम्मानित किया जा चुका है। वे बच्चों के लिए ठेठ गांव में नाट्य शिविरों का भी आयोजन कर चुके हैं।

शेयर करें !
posted on : July 20, 2023 6:11 pm
error: Content is protected !!