उत्तरकाशी में लगातार दूसरे दिन भूकंप के झटके, 1991 में मची थी तबाही, इसलिए है खतरा

उत्तरकाशी: उत्तरकाशी जिले में शनिवार के बाद रविवार सुबह 11.27 बजे एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.1 मेग्नीट्यूड मापी गई है। भूकंप से किसी तरह के जानमाल के नुकसान की खबर सामने नहीं आई है। भूकंप का केन्द्र क्षेत्र से 92 किलोमीटर दूर था। शनिवार को आए भूकंप का केंद्र 65 किलोमीटर दूर था।

हिमाचल में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। किन्नौर जिले में रविवार सुबह 11 बजकर 27 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए। इस दौरान लोगों में अफरातफरी मच गई। जिले में इस साल में दूसरी बार भूकंप का झटका महसूस किया गया है।

इसका केंद्र जिला मुख्यालय उत्तरकाशी से 92 किलोमीटर दूर था। उत्तरकाशी आपदा कंट्रोल रूम के अनुसार फिलहाल कहीं से भी भूकंप के कारण कोई जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं है। अफसरों को अलर्ट रहने को कहा गया है।

उत्तरकाशी भूकंप की दृष्टि से बेहद संवेदनशील है। 1991 में आए भूकंप ने पूरे जिले में भारी तबाही मचाई थी। लगातार आ रहे भूकंप लोगों को फिर से डरा रहे हैं। भूकंप के झटों की तीव्रता भी बढ़ रही है। इससे खतरा और बढ़ गया है।

20 अक्टूबर 1991 में 6.4 रिक्टर स्केल के पैमाने के साथ आए भूकंप से जिले को काफी नुकसान हुआ था। उस समय भटवाड़ी के अगोड़ा क्षेत्र में भूकंप का केंद्र बिंदु रहा, जिसमें जनपद के 11 गांव प्रभावित हुए।

इसके 653 लोग काल का ग्रास बने, जबकि 6 हजार लोग घायल हुए। भूकंप में 14 हजार भवनों को पूर्ण और आंशिक रूप से क्षति पहुंची थी। 4 अप्रैल 2011 को 5.7, 10 फरवरी 2012 को 5.0 और 21 सितंबर 2009 को 4.7 रिक्टर स्केल जिले में भूकंप की तीव्रता मापी गई।

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posted on : February 6, 2022 3:26 pm
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