उत्तराखंड: वाल्ड लाइफ लवर फोरेस्ट ऑफिसर, अपने खर्चे से जानवरों के लिए जंगल पहुंचा रहे पानी

कोटद्वार: बेजुबानों की जुबान भले ही नहीं होती है, लेकिन जो उनसे प्यार करते हैं, वो उनके हावभाव से ही उनके मन की बात को समझ जाते हैं। ऐसे ही एक वाल्डलाइफ लवर हैं, लैंसडौन वन प्रभाग के वन क्षेत्राधिकारी अजय कुमार ध्यानी। अजय कुमार ध्यानी वन विभाग में कार्यरत हैं, ऐसे में उनका ज्यादातर समय भी जंगलों में ही बीता है। अपनी नौकरी के दौरान उन्होंने जंगली जानवरों की समस्याओं को देखा और समझा।

गर्मी के सीजन में जब तापमान 40 डिग्री पर पहुंचा हो और जंगल में भी पानी के प्राकृतिक जलस्रोत सूख गए हों, ऐसे में जंगली जानवर पानी की प्यास कैसे बुझाएंगे। इस बात से वन क्षेत्राधिकारी अजय कुमार ध्यानी खासे चिंतित हो गए। जानवरों की इस समस्या को दूर करने के लिए ध्यानी ने जंगल में बने तालाबों को पानी से भरकर जंगली जानवरों के लिए जंगल में ही पानी की व्यवस्था करने की योजना बनाई।

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लैंसडौन वन प्रभाग के वन क्षेत्राधिकारी अजय कुमार ध्यानी जानवरों के लिए जंगल में पानी उपलब्ध करवाने की जिम्मेदारी संभार रहे हैं। उनका कहना है कि वे पिछले दो माह से लगातार टैंकरों के जरिए जंगली जानवरों के लिए जंगल में पानी पहुंचा रहे हैं। विभागीय अधिकारी और कर्मचारी उनका सहयोग जरूर करते हैं, लेकिन पानी पहुंचाने का पूरा खर्च वो अपने वेतन से करते हैं।

उनका कहना है कि बेजुबानों को पानी पिलाना सबसे बड़े पुण्य का काम है। 40 डिग्री के तापमान में उनको भी पीने का पानी चाएिह। अक्सर पानी की तलाश में जंगली जानवर आबादी वाले क्षेत्रों में पहुंच जाते हैं, जिससे मानव वन्यजीव संघर्ष भी बढ़ जाता है। इससे जहां जंगली जानवरों को नुकसान पहुंचता है। वहीं, लोगों के लिए भी खतरा होता है। अजय के इस प्रयास से वो खतरा कुछ हद तक कम हुआ है।

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उनके इस काम में ट्रैक्टर चालक पूरी मेहनत से जुटा हुआ है। ट्रैक्टर ड्राइवर ताहिम को और जगहों पर भी खूब काम मिलता है, लेकिन जब से उनको जानवरों के लिए पानी पहुंचाने का काम मिला है। उन्होंने आसान काम छोड़कर जंगलों में जाकर जानवरों को पानी पिलाने के काम को तरजीह दी है।

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posted on : June 19, 2023 4:18 pm
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