देहरादून: राज्य में CM का चेहरा बदलने के साथ ही सरकार की चाल और ढाल भी बदल गई थी। तीरथ सिंह रावत ने भी CM बनने के बाद पूर्व CM त्रिवेंद्र सिंह रावत के फैसलों को पलटना शुरू कर दिया था। इन्हीं फैसलों में एक फैसला दायित्वधारियों (liability holders) को हटाने का भी था। अब कहा जा रहा है कि सीएम तीरथ सिंह रावत जल्द पार्टी के सीनिय लीडर्स को दायित्वों से नवाज सकते हैं।
चुनाव से पहले जिम्मेदारी देना जरूरी
दरअसल, इस बात की चर्चा इसलिए भी हो रही है क्योंकि सीएम हाल ही में दिल्ली दौरे पर थे। इस दौरान उनकी मुलाकात गृह मंत्री से लेकर PM और पार्टी अध्यक्ष से भी हुई। अनुमान है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष पेजी नड्डा से मुलाकात के बाद यह तय किया गया हो कि अब पार्टी के नेताओं को चुनाव से पहले जिम्मेदारी देना जरूरी है।
सत्ता में वापसी के हिसाब से रणनीति
दायित्व (liability holders) बंटवारे को सत्ता में वापसी के हिसाब से भी एक रणनीति माना जा रहा है। पार्टी के सीनियर लीडर्स और पदाधिकारियों को दायित्व मिलने से वो और समर्थ अधिक उत्साह से पार्टी के लिए काम करेंगे। CM OFFICE से दायित्वधारियों क ब्योरो मांगा गया है। विधानसभा चुनावों को पूर्व BJP संगठन वरिष्ठ नेताओं को दायित्व देने के पक्ष में है। सीएम तीरथ रावत पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष JP नड्डा से इस बाबत चर्चा भी कर चुके हैं।
दायित्वों के आवंटन पर चर्चा
BJP प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक की अध्यक्षता में पार्टी मुख्यालय में हुई बैठक में भी दायित्वों के आवंटन पर चर्चा की गई। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो संगठन की तरफ से जल्द सरकार को नाम सौंपे जाएंगे। दो अप्रैल को सीएम के निर्देश पर सभी आयोग, निगम व परिषदों में तैनात किए गए दायित्वधारियों (liability holders) का हटाने का आदेश किया गया था। इसमें केवल संवैधनिक पदों पर नियुक्त दायित्वधारियों को नहीं छेड़ा गया था।