उत्तराकाशी: सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सीएम पद की शपथ लेने के बाद पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत का सम्मान नहीं करने को लेकर अधिकारियों को चेतनानी दी थी, कि अधिकारी संभल जाएं, वरना सुधार दिए जाओगे। लेकिन, ऐसा लगता है कि अधिकारियों को सीएम के चेतावनी अब तक समझ में नहीं आई है। यही कारण है कि पूरे कोरोना काल में दिन-रात अपनी जान दांव पर लगाकर काम करने वाले डॉक्टर को एक अधिकारी की धमकी और गाली देने से अपनी नौकरी छोड़नी पड़ी।
जिला चिकित्सालय उत्तरकाशी में तैनात वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. सुवेग सिंह के साथ परियोजना निदेशक जिला ग्राम्य विकास अभिकरण उत्तरकाशी (पीडी) संजय कुमार ने पहले अभद्रता की और उनको धमकी भी दी। इससे नाराज डॉ. सुवेग सिंह ने प्रमुख अधीक्षक को अपना इस्तीफा ही सौंपा दिया। सवाल यह है कि ऐसा क्या हुआ कि डॉक्टर को इस्तीफा देना पड़ा। यह मामले बेहद गंभीर है। सरकार ओ इसका संज्ञान लेना चाहिए।
पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण के संज्ञान में मामला आने पर उन्होंने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर कोरोना काल मे जनपद में उत्कृष्ट सेवा दे रहे डॉक्टर के साथ जिले के एक जिम्मेदार अधिकारी द्वारा की गयी अभद्रता पर कार्यवाही की मांग की है। उन्होंने कहा कि सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण जिला चिकित्सालय में महामारी के इस कठिन दौर में 24 घंटे दिन-रात अपनी जान की परवाह किये बगैर चिकित्सकों ने देवदूत बनकर कोरोना मरीजों का उपचार किया है और आज भी कर रहे हैं।
जिले के अधिकारी का केवल अपना नंबर नहीं आने पर एक डॉक्टर के साथ इस तरह का अमानवीय व्यवहार करना अक्षम्य अपराध है। उन्हें अपने किये पर माफी मांगनी होगी। इस परिपेक्ष्य में उन्होंने जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक से सकारात्मक प्रतिक्रिया के तहत कार्यवाही करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि उक्त संबंध में उचित कार्यवाही नहीं की गई तो उन्हें धरने पर बैठने हेतु बाध्य होना पड़ेगा।