उत्तराखंड : फिर चर्चाओं में जिला पंचायत उत्तरकाशी, प्रदीप भट्ट ने उठाए गंभीर सवाल

  • जिला पंचायत उत्तरकाशी में हो रही अनियमितताओं पर बिफरे प्रदीप भट्ट।

  • गंगा घाटी की उपेक्षा सहन नहीं की जाएगी।

देहरादून : जिला पंचायत सदस्य संगठन के प्रदेश अध्यक्ष एवं जिला पंचायत के सदस्य प्रदीप भट्ट ने उत्तरकाशी जिला पंचायत में हो रही भारी अनियमितताओं पर गहरा रोष व्यक्त किया है।

उन्होंने सचिव पंचायतीराज नितेश झा से वार्ता कर पटरी से उतरी जिला पंचायत की व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने की मांग की। उन्होंने कहा कि जिला पंचायत जिले का उच्च सदन है किंतु उत्तरकाशी जिला पंचायत भ्रष्टाचार का अड्डा बनकर रह गया है।

योजनाओं का चयन मनमाने तरीके से किया जा रहा है। जिला पंचायत में अपारदर्शी प्रक्रिया अपनाई जा रही है। जिला पंचायत में पुराने निर्माण कार्यों का भुगतान नहीं हो रहा है।

उन्होंने योजनाओं का भुगतान अनुबन्ध की तिथि के आरोही क्रम में करने के साथ ही शाशन द्वारा विभिन्न मदों से प्राप्त धनराशि को सभी जिला पंचायत सदस्यों के क्षेत्रों में समान रूप से वितरण किये जाने की मांग की है।

प्रदीप भट्ट ने बताया कि जिला पंचायत उत्तरकाशी मे संविदा पर कार्य कर रहे संविदा कर्मियों को निर्माण व नियोजन जैसे महत्वपूर्ण अनुभागों में पटल प्रभारी बनाया गया है, जो अनुचित एवं असंवैधानिक प्रतीत होता है। जबकि निर्माण अनुभाग में प्रधान सहायक के पद पर नियमित कर्मी ही कार्य कर सकता है।

जिला पंचायत सदस्य गाजणा प्रदीप भट्ट ने जिला पंचायत अध्यक्ष से गंगोत्री विधानसभा के सभी न्याय पंचायत क्षेत्रों में सोलर व स्ट्रीट लाइटें, हैंडपम्प, प्रत्येक गांव में स्वागत द्वार, प्रत्येक कस्बों व छोटे बाजारों में शौचालय बनवाने का आग्रह किया था।

किंतु उनके द्वारा गंगोत्री विधानसभा क्षेत्र की लगातार उपेक्षा की जा रही है। उन्होंने कहा कि गंगा घाटी की उपेक्षा किसी भी सूरत में सहन नहीं करेंगे।

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posted on : August 31, 2021 11:13 pm
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