बड़कोट: उत्तरकाशी DM को ज्ञापन भेजा है, जिसमें व्यापारियों ने क्षेत्र में आ रहे फेरी वालों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। साथ ही सत्यापन कर जांच करने की मांग की है। व्यापारियों का आरोप है कि बाहर क्षेत्रों से आने वाले लोग गांव में अराजकता फैला रहे हैं और लोगों को बरगलाने का काम कर रहे हैं। पिछले दिनों महिला को अगवा करने का मामला भी सामने आ चुका है।
कोविड-19 लॉकडाउन की वजह से व्यापारियों का व्यापार प्रभावित हुआ है। वहीं, दूसरी ओर यमुनाघाटी के नगर क्षेत्र, गांव और मोहल्लों में फड़/फेरी वालों की तादाद दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है, जिससे कि हमारे व्यापारियों का व्यापार तो प्रभावित हो ही रहा है। साथ ही क्षेत्र में घूमने वाले फेरी वालों की वजह से अशांति का माहौल पैदा रहा है।
इनका उद्देश्य व्यापार करने की आड़ में विभिन्न समाज विरोधी काम करना है। नशाखोरी और तस्करी करना भी इनका लक्ष्य होता है। ये लोग बिना ID, बिना सत्यापन और बिना व्यापारी लाइसेंस क्षेत्र में व्यापार कर रहे हैं।
ये लोगों को लूट रहे हैं। साथ ही क्षेत्र में इनके आने से भय असुरक्षा, अशांति, अराजकता भी पैदा हो रही है। कुछ दिन पहले एक दूसरे समुदाय का व्यक्ति महिला को अगवाकर मोरी से बड़कोट लाया था। गनीमत रही कि लोगों ने समय रहते उसे पकड़ लिया और महिला को बचा लिया।
ऐसे मामले सामने आ रहे हैं। व्यापारियों ने यमुनाघाटी में इनके प्रवेश/ व्यापार करने से पूर्व प्रत्येक थाना/ चौकियों पर इनकी गहन जांच और पूछताछ/सत्यापन किया जाना चाहिए।
साथ ही स्थानीय नगर इकाई व्यापार मण्डल नैनबाग, डामटा, बर्निगाढ, लाखामण्डल, नौगांव, बडकोट, खरादी, कुथनौर, रानाचट्टी, राजगढी गडोली, पुरोला, हुडोली, गुन्दियाटगांव, मोरी, सांकरी, त्यूनी, आराकोट के नगर व्यापार मण्डल के पदाधिकारियों को विश्वास में लेकर उन्हें व्यापार करने अनुमति दी जाए। बिना व्यापारी लाइसेंस के इनको व्यापार न करने दिया जाए।