बड़ी खबर: बाबा रामदेव पर लगा बच्चों को बंधक बनाने का आरोप! CM के दखल के बाद छोड़ा

हरिद्वार: बाबा रामदेव से एक के बाद एक कई मामले जुड़ते जा रहे हैं. ऐलौपैथी विवाद के बाद अब बाबा रामदेव बच्चों बंधन बनाने के मामले से चर्चा में है. स्कूल को शिक्षा का मंदिर कहा जाता है, जहां बच्चे शिक्षा ग्रहण कर देश और प्रदेश का नाम रोशन करते हैं, लेकिन अगर किसी स्कूल में मासूम बच्चों को सिक्योरिटी मनी के लिए बंधक बना लिया जाए, तो इसे क्या कहा जा सकता है? पूरा मामला पतंजलि गुरुकुलम हरिद्वार स्थित वैदिक कन्या गुरुकुलम स्कूल का है, जहां पतंजलि गुरुकुल स्कूल प्रबंधन ने छत्तीसगढ़ के 4 बच्चों को केवल इसलिए स्कूल से परिजनों के हवाले नहीं किया, कि वो दो लाख रुपये जमा नहीं करा रहे थे।

इस मामले का खुलासा तब हुआ, जब बच्चों के पिता कौशल सिन्हा ने हरिद्वार डीएम और मुख्य शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखकर बच्चों को मुक्त कराने की मांग की थी। यह चिट्ठी सोशल मीडिया में वायरल हो गई थी. उन्होंने बताया कि उनसे बच्चों को छोड़ने के लिए 2 लाख रुपये मांगा जा रहा है, जिसके बाद बच्चों को छोड़ेंगे. इसमें बच्चों के नाम सुयश सिन्हा, जो एलकेजी का छात्र है. भाव्या सिन्हा भी एलकेजी में पढ़ाई कर रही हैं. झंसकेतन सिन्हा, पहली कक्षा का छात्र है. झरना रानी सिन्हा, कक्षा 6 की छात्रा है, जो वैदिक कन्या गुरुकुलम स्कूल में पढ़ाई कर रही हैं. परिजनों का आरोप है कि स्कूल ने सभी बच्चों को बंधक बना लिया है. परिजनों ने बताया कि स्कूल प्रबंधन को आवेदन दिए थे, जिसको फाड़कर खिड़की से बाहर फेक दिया गया.

मामले की जानकारी छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मामले की शिकायत पहुंच गई थी. सीएम भूपेश बघेल ने समूचित कार्रवाई के निर्देश दिए थे. बाकायदा गरियाबंद कलेक्टर नीलेश क्षीरसागर ने बताया कि बच्चों को बंधक बनाने का मामला हमारे संज्ञान में आया है. इसके लिए गरियाबंद एसपी भोजराज पटेल को विशेष टीम गठित कर बच्चों को छुड़ाने के निर्देश दे दिए थे. अब बच्चों को कलेक्टर की पहल के बाद छोड़ दिया गया है.

बता दें कि बच्चों के माताओं की तबियत खराब है. इससे उनकी माताएं बच्चों से मिलना चाहती हैं, लेकिन स्कूल प्रबंधन बच्चों को छोड़ नहीं रहा था. बच्चों को वापस भेजे जाने के एवज में अभिभावकों से प्रति बच्चे के हिसाब से 50000 यानि 4 बच्चों के लिए कुल 2 लाख रुपये की सिक्योरिटी मनी मांगी गई. अभिभावकों ने दो लाख देने में असमर्थता जताई और बच्चों को गुरुकुलम से वापस अपने पास सुपुर्द करने की मांग की थी.

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posted on : May 28, 2021 10:45 am
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