उत्तराखंड: गड़बड़ी हुई तो होगा कड़ा एक्शन, चुनाव में इन अधिकारियों को बड़ी जिम्मेदारी

देहरादून: भारत निर्वाचन आयोग ने चुनावी प्रक्रिया को अनुभव रखने वाले 15 पूर्व नौकरशाहों को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। इन पूर्व धिकारियों को विशेष चुनाव पर्यवेक्षक बनाकर उत्तराखंड समेत पांच चुनावी राज्यों में भेजा जा रहा है। निर्वाचन आयोग के मुताबिक ये सभी पर्यवेक्षक अपने-अपने निर्धारित राज्यों में चुनावी मशीनरी की ओर से किए जा रहे कार्यों की निगरानी करेंगे।

ये विशेष ऑजर्बर सुनिश्चित करेंगे कि खुफिया इनपुट और शिकायतों के आधार पर कड़ी और प्रभावी कार्रवाई की जाए। चुनावी प्रक्रिया का अनुभव रखने वाले 15 पूर्व नौकरशाहों को पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए विशेष पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है।

उत्तराखंड विधानसभा चुनाव-2022 के लिए सेवानिवृत्त IAS अधिकारी राम मोहन मिश्रा को स्पेशल जनरल ऑब्जर्वर, सेवानिवृत्त IPS अधिकारी अनिल कुमार शर्मा को स्पेशल पुलिस ऑब्जर्वर और पूर्व आईआरएस (IT) मधु महाजन को स्पेशल व्यय पर्यवेक्षक बनाया है। इन पर्यवेक्षकों को जो भी खुफिया जानकारी मिलती है, उसे पुख्ता कर उस पर कार्रवाई करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। सके साथ ही वोटरों की जो शिकायतें होंगी, उनका निस्तारण भी यही अधिकारी करेंगे।

उत्तराखंड में नियुक्त किए गए सेवानिवृत्त IPS अधिकारी अनिल कुमार शर्मा इसके पहले पश्चिम बंगाल चुनाव में विशेष पर्यवेक्षक थे। सेवानिवृत्त IAS अधिकारी राम मोहन मिश्रा को उत्तराखंड का अच्छा अनुभव है। मधु महाजन इससे पहले बिहार, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कर्नाटक और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भी प्रेक्षक की भूमिका निभा चुकी हैैं।

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