उत्तराखंड: इधर, लोकेशन बंद और फोन की घंटी बजनी चालू, अब क्या करें ?

देहरादून: चुनाव आयोग ने एक आदेश जारी किया। आदेश जहां चुनाव को सही ढंग से संपन्न कराने के लिए जरूरी है। वहीं, इससे अधिकारियों पर भी आफत आ गई है। 24 घंटे नेट यूज करने से फोन की बैटरी जल्द खत्म हो जाती है। लेकिन, चुनाव आयोग का जो आदेश है, उसका पालन करने के लिए यह जरूरी है कि फोन ऑन रहना चाहिए।

आदेश के अनुसार सभी जोनल और सेक्टर मजिस्ट्रेट सहित बड़ी जिम्मेदारी वाले अधिकारियों को फोन की लोकेशन 24 घंटे ऑन रखने के लिए कगया है। लगातार उनकी लोकेशन ट्रेस की जा रही है। अगर कुछ भी देर के लिए मोबाइल की लोकेशन या इंटरनेट बंद हुआ तो तुरंत फोन पर पूछा जा रहा है। लोकेशन ऑफ मिलने के कारण पूछे जा रहे हैं।

निर्वाचन आयोग इस बार चुनाव में तकनीक का ज्यादा इस्तेमाल कर रहा है। आयोग की ओर से जिन विधानसभा क्षेत्रों में जो भी जोनल और सेक्टर मजिस्ट्रेट या अहम जिम्मेदारी निभा रहे अफसर तैनात किए गए हैं। उन्हें मोबाइल लोकेशन और इंटरनेट 24 घंटे ऑन रखने के निर्देश दिए गए हैं। अगर एक पल के लिए भी लोकेशन बंद होती है या इंटरनेट डिस्कनेक्ट होता है तो तुरंत फोन करके जानकारी ली जा रही है।

अगर किसी अफसर की लोकेशन किसी पार्टी दफ्तर किसी नेता के घर या कार्यालय या किसी भी ऐसी संवेदनशील जगह पर मिलेगी तो उन अफसरों को इसका स्पष्टीकरण और पूरा विवरण देना होगा। अधिकारियों को यह बताना होगा कि वे उस जगह किसलिए गए? इसके लिए उनके मोबाइल पर आयोग का ऐप भी डाला गया है।

चुनाव आयोग के इस निर्देश के बाद अफसर जहां परेशान हैं, वहीं उनको अपने मोबाइल दिन में तीन से चार बार चार्ज करने पड़ रहे हैं। 24 घंटे लोकेशन और इंटरनेट ऑन रहने के चलते मोबाइल की बैटरी काफी जल्दी खत्म हो रही है।

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