भोपाल : कहते है कि इन्सान कड़ी मेहनत के बलबूते मंजिल को छूना नामुमकिन नहीं. इस बात को सच साबित किया है मध्य प्रदेश में चाय बेचने वाले की एक जाबांज बेटी ने. जिसने ना सिर्फ अपने परिवार का गौरव बढ़ाया है बल्कि प्रदेश का नाम भी ऊंचा किया है. चाय बेचने ववाले की बिटिया आंचल गंगवाल को वायु सेना में फ्लाइंग ऑफिसर का कमीशन मिला है. उनके पिता आज भी नीमच में चाय की दुकान चलाते हैं.
प्रतिभा की देश में कोई कमी नही है इसी क्रम में मध्यप्रदेश के नीमच में चाय की दुकान लगाने वाले सुरेश गंगवाल की बेटी आंचल गंगवाल ने ना सिर्फ अपने परिवार का गौरव बढ़ाया है, बल्कि मध्य प्रदेश का नाम भी रोशन किया है. दरअसल, आंचल गंगवाल वायू सेना में फ्लाइंग ऑफिसर बनी है. इस दौरान आंचल को हैदराबाद में पासिंग आउट परेड के दौरान राष्ट्रपति पट्टिका से भी सम्मानित किया गया. 20 जून को हैदराबाद में संयुक्त स्नातक पासिंग आउट परेड का आयोजन किया गया था. पासिंग आउट परेड में आंचल गंगवाल अपने ग्रुप को लीड करने वाली एक मात्र महिला थी. बता दें, आंचल को भारतीय वायु सेना प्रमुख बीकेएस भदौरिया की मौजूदगी में फ्लाइंग ऑफिसर के रूप मैं शामिल किया.
दरअसल, आंचल ने 2013 में उत्तराखंड में आई त्रासदी के समय वायु सेना के शौर्य को देखा था. इतना ही नहीं, बचपन से भी वो एयरफोर्स में जाना चाहती थी और अपने माता-पिता को ये बात बता चुकी थीं. आंचल के मुताबिक एयरफोर्स में जाने के लिए उन्होंने दो सरकारी नौकरी तक छोड़ दी थी. उनके पिता आज भी नीमच में चाय की दुकान चलाते हैं. वहीं, आंचल की माता भी घर में सिलाई का काम करती हैं और अपने तीन बच्चों का भरण पोषण करती है. आंचल के पिता ने बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो इसके लिए लोगों से उधार पैसा लेकर भी बच्चों को पढ़ाया. उसी का परिणाम है कि आज उनकी बेटी इस ऊंचाई पर पहुंची है.
आंचल बचपन से ही पढ़ने के साथ-साथ दृढ़ निश्चय थी उसके फिजिकल कोच कृष्णपाल सिंह का कहना है कि इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए वह जी जान से जुट गई और लक्ष्य हासिल कर कर ही रुकी. जब शनिवार को पासिंग आउट परेड में बेटी को मार्च पास्ट करते परिवार ने देखा तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा. परिजनों की आंखों से आंसू छलक आए. हालांकि उनके पिता सुरेश को कार्यक्रम में शिरकत करने हैदराबाद जाना था मगर कोरोना महामारी की वजह से ऐसा नहीं हो सका. उन्होंने घर बैठे गौरवमयी पल को ऑनलाइन प्रसारण देखा.