बड़ी खबर : WHO ने बढ़ाई टेंशन, डेल्टा वैरिएंट पर कम हो रहा वैक्सीन का असर!

नई दिल्ली : भारत में कोरोना के मामले भले ही तेजी से कम हो रहे हों, लेकिन देश में मिला कोरोना का डेल्टा वैरिएंट टेंशन बढ़ा रहा है। उसको लेकर WHO ने चिंता जाहिर की है। वैक्सीन के आने से दुनिया को काफी राहत मिली थी, लेकिन अब WHO ने कहा है कि भारत में मिले डेल्टा वैरिएंट पर कोरोना वैक्सीन कम असरदार पाई जा रही हैं। हालांकि एक राहत की बात यह है कि वैक्सीन से मौत का खतरा कम हो जाता है और गंभीर बीमारी से बचाती है।

WHO ने कहा कि इसका कारण कई म्यूटेशन में हो रहे बदलावों को माना जा रहा है। यही कारण है वैक्सीन का असर कम हो सकता है। डेल्टा प्लस वैरिएंट भारत में पाए गए डेल्टा वैरिएंट में हुए म्यूटेशन की वजह से बना है। वायरस के हावी होने में सक्षम स्वरूपों को एक जैविक लाभ मिलता है जो है म्यूटेशन, जिसके जरिए ये स्वरूप लोगों के बीच बहुत ही आसानी से फैलते हैं। WHO ने भी वायरस के इस नए स्वरूप को लेकर चिंता जाहिर की है।

टीके की दोनों खुराक जरूर लें

डेल्टा स्वरूप की बात करें तो, यह उन लोगों को संक्रमित कर सकता है, जिन्हें वैक्सीन की आधी खुराक मिली है और यही वजह है कि यह हावी हो रहा है। पब्लिक हैल्थ इंग्लैंड के मुताबिक जिन लोगों को फाइजर के टीके की दोनों खुराक मिल चुकी हैं। उनका इससे बचाव 88 फीसदी तक हो सकता है। लेकिन, जिन्हें फाइजर या एस्ट्राजेनेका टीके की एक ही खुराक मिली है, उनका केवल 33.5 तक ही बचाव हो सकेगा।

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posted on : June 22, 2021 7:56 am
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