हल्द्वानी: उत्तराखंड में चुनाव से पहले ग्रेड-पे का मामला काफी चर्चाओं में रहा। पुलिस परिवारों ने कई बार धरना-प्रदर्शन किए। उनको हर बार सरकार ने आश्वासन दिए। कैबिनेट की उप समिति की भी बनाई, लेकिन उनकी मांग पूरी नहीं हुई, जिससे पुलिस परिवारों में भारी आक्रोश है। रही-सही कसर सीएम धामी के दो लाख रुपये देने के आदेश ने पूरी कर दी।
उस आदेश के बाद पुलिस परिवारों और पुलिस जवानों गुस्सा और भड़क गया। इधर, चुनाव चरम पर है। पूर्व CM हरीश रावत पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि पुलिस परिवारों की मांग को पूरा किया जाएगा। देखते ही देखते अब ग्रेड-पे मामला चुनावी मुद्दा बन गया है। पुलिस परिवारों ने भी कांग्रेस को पूरा समर्थन देने का ऐलान कर दिया है।
विधानसभा चुनाव में पुलिस कर्मचारियों के ग्रेड-पे का मुद्दा सबसे अहम है, कांग्रेस को अब पुलिस परिवार की महिलाओं का साथ मिल गया है। पुलिस परिवार की महिलाओं ने कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत से मुलाकात कर ग्रेड पे का मामला उनके सामने रखा। पुलिस परिवारों का कहना है कि सीएम धामी ने उनको गले लगातार उनकी पीठ पर चूरा घोंपने का काम किया है। उनका कहना है कि झूठी घोषणा के पुलिस गरीब सिपाहियों की काजू कतली भी खा गए। लेकिन, मांग पूरी नहीं की।
पुलिस परिवार की महिलाओं ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पर वादाखिलाफी कर धोखा देने का आरोप लगाया उन्होंने कहा कि भाजपा को इस चुनाव में खामियाजा भुगतना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि इस बार पुलिस परिवार कांग्रेस के साथ है और कांग्रेस सरकार बनाकर ही दम लेगा। उनका कहना है कि इस बार कांग्रेस की ही सरकार आने जा रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि भाजपा सरकार पुलिस कर्मियों को प्रोत्साहित करने के बजाय हतोत्साहित कर रही है कांग्रेस सरकार बनने पर ग्रेड पे बहाल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस सरकार ने अपने ही कर्मचारियों का मनोबल तोड़ने का काम किया है।