बड़कोट डिग्री काॅलेज में 21 जून को अंतरराष्ट्रीय वेबीनार, जुटेंगे कई विशेषज्ञ, ये है विषय

बड़कोट : राजेंद्र सिंह रावत राजकीय महाविद्यालय बड़कोट के तत्वावधान में 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर एक अंतरराष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन किया जा रहा है, जिसका विषय नाथ पंथ एवं सूफी मत में परिलक्षित हठ योग है।

राजकीय महाविद्यालय बड़कोट के प्राचार्य डॉ. एके तिवारी ने कहा कि 21 जून को सुबह 11 बजे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर एक ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें बड़ी संख्या में छात्र-छात्रायें वेबिनार में प्रतिभाग करेंगे। उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं को ऑनलाइन प्रमाणपत्र भी दिया जाना प्रस्तावित है।

वेबीनार के संयोजक इतिहासकार डॉ. विजय बहुगुणा ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर एक अंतरराष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन किया जाना प्रस्तावित है, जिसमें विशेष विशेषज्ञ के रूप में फोर्ड फाउंडेशन फेलो डॉ. नेत्रपाल सिंह यादव, डॉ. महावीर रांवाल्टा, वरिष्ठ साहित्यकार, मोहन सिंह गांववासी, पूर्व मंत्री एवं सामाजिक कार्यकर्ता, वरिष्ठ साहित्यकार देवेंद्र कुमार सिंह, डॉ. एनएल शुक्ल, मेडिकल अफसर, बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय रिसॉर्स पर्सन प्रतिभाग करेंगे। साथ ही फ्रांसिस, शोध छात्रा, हाइडलबर्ग यूनिवर्सिटी

राष्ट्रीय वेबिनार का विषय
नाथ पंथ एवं सूफी मत में परिलक्षित हठ योग विषय पर चर्चा करेंगे। डॉ. विजय बहुगुणा ने कहा कि 13 वीं शताब्दी में हठयोग की पुस्तक अमृत कुंड का अरबी तथा फारसी में अनुवाद हुआ, जिसका सूफी मत पर स्थाई प्रभाव पड़ा जान पड़ता है कि शेख नसीरुद्दीन चिराग देहलवी ने कहा था। उनके अनुसार प्राणायाम सूफी मत का सार तत्व है। उन्होंने कहा कि वह दत्त उल वजूद के सिद्धांत योगियों के सिद्धांत के समान थे। चिश्तिया संत अब्दुल कुदरत गंगोही पर नाथ सिद्धांतों का दूरगामी प्रभाव था।

आदिनाथ से योग केंद्रित आध्यात्मिक देशना का ज्ञान योगी मछिंद्रनाथ ने प्राप्त किया मत्स्येंद्रनाथ से योगविद्या गोरखनाथ ने प्राप्त की तथा गोरखनाथ ने योग विद्या को अपनी साधना से और अधिक समृद्ध कर उसे भारत के आध्यात्मिक सामाजिक पुनर्जागरण का आधार बना जान पड़ता है कि नाथ पंथ को सिद्ध मत सिद्ध मार्ग योग मार्ग अवधूत अवधूत संप्रदाय इत्यादि नाम से भी जाना जाता है।

मछिंद्रनाथ ने तांत्रिक साधना पद्धति का योग करण कर सकती उपासना पर योगिन कॉल या मत का प्रवर्तन किया योग साधना में शिव और शक्ति के सामंजस्य का सिद्धांत समझाया नाथ पंथ जान जन को योग के माध्यम से रेखांकित किया। राष्ट्रीय वेबिनार का विषय उक्त मतों को रेखांकित करने की कोशिश की जाएगी।

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posted on : June 17, 2021 8:45 pm
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