उत्तराखंड में तय समय पर होंगे चुनाव या बदल जाएगी डेट, ये है वजह

देहरादून : 2022 विधानसभा चुनाव की तारीखों को ऐलान हो चुका है। उत्तराखंड में 14 फरवरी को वोट डाले जाने हैं। लेकिन, अब चुनाव की तारीख को बदले जाने की मांग भी उठने लगी है। पंजाब में पहले ही चुनाव की तारीख बदली जा चुकी है। अब उत्तराखंड से भी तारीख बदलने की मांग की गई है।

चुनाव आयोग की ओर से पंजाब में मतदान की तारीख बढ़ाने के साथ ही उत्तराखंड में चुनाव तिथि में बदलाव की मांग उठ रही है। विभिन्न संगठनों की ओर से आयोग से उत्तराखंड की भौगोलिक परिस्थिति और पलायन को देखते हुए मतदान के लिए रविवार का दिन और मार्च के पहले सप्ताह में तिथि तय करने का आग्रह किया गया है।

चुनाव आयोग ने उत्तराखंड में मतदान के लिए 14 फरवरी का दिन तय किया है। इस दिन सोमवार है। जानकारों के मुताबिक फरवरी महीने में प्रदेश के चमोली, पिथौरागढ़, उत्तरकाशी समेत कई जिलों के ऊंचाई क्षेत्रों में मौसम खराब होने से बर्फबारी की संभावना रहती है। जिससे पोलिंग पार्टियों को बूथ तक पहुंचने के साथ लोगों को वोट डालने के लिए बूथ पहुंचने में दिक्कत रही है।

दिल्ली समेत अन्य राज्यों में नौकरी पेशा वाले उत्तराखंड प्रवासियों को वोट डालने के लिए आना संभव नहीं होगा। यदि मतदान के लिए रविवार का दिन और मार्च के पहले सप्ताह में मतदान की तारीख तय होती है तो इससे मत प्रतिशत बढ़ सकता है। साथ ही लोगों को वोट देने के लिए मौसम और कोरोना संक्रमण जैसे चुनौतियां का सामना नहीं करना पड़ेगा।

सोशल डेवलपमेंट फॉर कम्युनिटी फाउंडेशन अनूप नौटिया का कहना है कि हम चुनाव आयोग से अपील करते हैं कि पंजाब चुनाव की तिथि बदलने के बाद उत्तराखंड चुनाव की तारीख में बदलाव करने पर विचार किया जाए। प्रदेश में पलायन के चलते बड़ी संख्या में उत्तराखंड के लोग दूसरे राज्यों में रहते हैं।

चुुनाव में शत प्रतिशत लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए मतदान की तिथि रविवार को होनी चाहिए। जिससे दूसरे राज्यों में रहने वाले उत्तराखंड के प्रवासी भी मतदान के लिए पहुंच सके। सोमवार की जगह रविवार को मतदान की तारीख तय होती है तो प्रदेश में ज्यादा मतदान प्रतिशत बढ़ सकता है।

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posted on : January 18, 2022 6:26 pm
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