खास खबर : आज से हो गए ये 9 बड़े बदलाव, आप पर भी पड़ेगा इनका असर

पहाड़ समाचार विशेष 

आज से नया साल शुरू हो गया है। 2021 के पहले दिन से नए साल में नई चीजें शुरु होंगी। ऐसे ही नए साल में हमारे देश में नौ बड़े बदलाव होने जा रहे हैं, जो सीधेतौर पर आपकी और हमारे जीवन को प्रभावित करेंगे। इन नए नियमों से एक ओर जहां आपको राहत मिलेगी, वहीं अगर आपने कुछ बातों का ध्यान नहीं रखा तो आपको आर्थिक नुकसान भी हो सकता है। इनमें जीएसटी, गैस सिलिंडर, जीवन बीमा पॉलिसी, चेक पेमेंट, कॉलिंग, व्हाट्सएप, गाड़ियों की कीमत, आदि शामिल हैं। आइए जानते हैं इन महत्वपूर्ण बदलावों के बारे में।

बदल जाएगा चेक पेमेंट का नियम
नए साल की शुरुआत के साथ ही चेक पेमेंट से जुड़े नियमों में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। बैंकिंग फ्रॉड पर लगाम लगाने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने एक जनवरी 2021 से चेक के पॉजिटिव पे सिस्टम लागू करने का फैसला किया है। आरबीआई के गर्वनर शक्तिकांत दास ने अगस्त में ही इस संबंध में घोषणा की थी।

ये  है पॉजिटिव पे सिस्टम?
पॉजिटिव पे सिस्टम के तहत किसी थर्ड पार्टी को चेक जारी करने वाले व्यक्ति को अपने बैंक को अपने चेक की जानकारी भी भेजनी होगी। इस सिस्टम से 50,000 रुपये से ज्यादा के भुगतान वाले चेक को रि-कंफर्म करना होगा। इस सिस्टम के जरिए चेक के क्लियरेंस में भी कम समय लगेगा। चेक जारी करने वाले व्यक्ति को इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से चेक की तारीख, लाभार्थी का नाम, प्राप्तकर्ता और पेमेंट की रकम के बारे में दोबारा जानकारी देनी होगी।

लेनदेन की लिमिट बढ़ेगी 
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) एटीएम कार्ड और यूपीआई से कॉन्टैक्टलेस लेनदेन के नियमों बदलाव किया है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने सुरक्षित तरीके से डिजिटल भुगतानों को तेजी से अपनाने पर जोर देते हुए कहा कि यूपीआई से कॉन्टैक्टलेस लेन-देन की सीमा को 2000 रुपये से बढ़ाकर 5000 रुपये कर दी है। यह सुविधा एक जनवरी 2021 से प्रभावी हो जाएगी। भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा था कि डिजिटल भुगतान को सुरक्षित तरीके से बढ़ाने के लिए यह निर्णय लिया गया है कि यूपीआई या कार्ड के जरिए बिना संपर्क के किए जा सकने वाले भुगतान के मामलों में प्रति लेनदेन की सीमा को एक जनवरी 2021 से 2000 रुपये से बढ़ाकर 5000 रुपये किया जाए। उन्होंने कहा कि यह ग्राहकों की इच्छा पर निर्भर करेगा। रिजर्व बैंक ने कहा कि इससे संबंधित परिचालन के दिशानिर्देश अलग से जारी किए जाएंगे।

काम नहीं करेगा व्हाट्सएप 
नए साल से एंड्रॉयड 4.3 और आईओएस-9 (iOS 9) से पुराने ऑपरेटिंग सिस्टम वाले स्मार्टफोंस में व्हाट्सएप चलना बंद हो जाएगा। व्हाट्सएप हर साल आउटडेटेड आईओएस और एंड्रॉयड स्मार्टफोन को सपोर्ट करना बंद कर देता है। जो ग्राहक पुराना ऑपरेटिंग सिस्टम इस्तेमाल कर रहे हैं, उनके लिए जरूरी है कि वह अपना फोन अपग्रेड कर लें।
बता दें कि व्हाट्सएप के दुनियाभर में दो अरब से ज्यादा यूजर्स हैं।

कम प्रीमियम पर टर्म प्लान
सभी बीमा कंपनियां एक जनवरी से ‘सरल जीवन बीमा पॉलिसी’ पेश करने जा रही हैं। इसमें कम प्रीमियम पर टर्म प्लान खरीदने का मौका मिलेगा। टर्म लाइफ इंश्योरेंस को सभी लोगों के लिए एक किफायती विकल्प बनाने हेतु भारतीय बीमा विनियामक एवं विकास प्राधिकरण (इरडा) के निर्देश पर बीमा कंपनियां सरल जीवन बीमा पॉलिसी पेश करने जा रही हैं।इस कारण इसका सबसे ज्यादा फायदा कम आय वर्ग के लोगों को होगा। इस पॉलिसी के लिए सभी बीमा कंपनियों के नियम एवं शर्तें एकसमान होंगी। खास बात है कि इसमें सम-एश्योर्ड (कवर) राशि एवं प्रीमियम भी एकसमान होगा। इस कारण क्लेम के वक्त विवाद की आशंका बहुत कम हो जाएगी।

मोबाइल पर कॉल करने से पहले लगाना होगा जीरो 
देशभर में लैंडलाइन से मोबाइल फोन पर कॉल करने के लिए ग्राहकों को एक जनवरी से नंबर से पहले शून्य लगाना अनिवार्य होगा। दूरसंचार विभाग ने इससे जुड़े ट्राई के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है।भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने इस तरह के कॉल के लिए 29 मई 2020 को नंबर से पहले ‘शून्य’ लगाने की सिफारिश की थी। इससे दूरसंचार सेवाप्रदाता कंपनियों को अधिक नंबर बनाने की सुविधा मिलेगी। दूरसंचार विभाग ने 20 नवंबर को जारी एक बयान में कहा कि लैंडलाइन से मोबाइल पर नंबर डायल करने के तरीके में बदलाव की ट्राई की सिफारिशों को मान लिया गया है। इससे मोबाइल और लैंडलाइन सेवाओं के लिए पर्याप्त मात्रा में नंबर बनाने की सुविधा मिलेगी। परिपत्र के मुताबिक नियम को लागू करने के बाद लैंडलाइन से मोबाइल पर कॉल करने के लिए नंबर से पहले शून्य डायल करना होगा।

छोटे कारोबारियों के लिए QRMP योजना
माल एवं सेवाकर (GST) प्रक्रिया को और सरल करते हुए बिक्री रिटर्न दाखिल करने के मामले में कछ और कदम उठाने की तैयारी है। सालाना पांच करोड़ रुपये तक का कारोबार करने वाले छोटे कारोबारियों को अगले वर्ष जनवरी से वर्ष के दौरान मात्र चार बिक्री रिटर्न दाखिल करने होंगे। वर्तमान में इन कारोबारियों को मासिक आधार पर 12 रिटर्न दाखिल करने होते हैं। कर की मासिक भु्गतान योजना के साथ तिमाही रिटर्न दाखिल (क्यूआरएमपी) करने की योजना का असर करीब 94 लाख करदाताओं पर पड़ेगा। यह जीएसटी के तहत पंजीकृत करदाताओं का लगभग 92 फीसदी है।  यानी इस योजना जीएसटी में पंजीकृत कारोबारियों की बड़ी संख्या को फायदा होगा। इस प्रकार अगले साल जनवरी से छोटे कारोबारियों को साल में चार जीएसटीआर-3बी और चार जीएसटीआर-1 रिटर्न दाखिल करने होंगे।

महीने से महंगी हो जाएंगी गाड़ियां
अगले महीने से कई कार कंपनियां अपने ग्राहकों को बड़ा झटका देने जा रही है। एक जनवरी 2021 से 10 बड़ी कार कंपनियां अपनी कारों की कीमतों को बढ़ाने जा रही हैं। कीमतों को बढ़ाने के पीछे उत्पादन लागत में आई बढ़ोतरी और कच्चे माल (स्टील, एल्युमिनियम और प्लास्टिक) की कीमतों का महंगा होगा एक बड़ा कारण है। ऐसे में अगर आप इन कारों को मौजूदा कीमत में खरीदना चाहते हैं, तो आपको 31 दिसंबर तक इनकी खरीदारी करनी होगी।

LPG के दाम चेंज होंगे 
तेल कंपनियां हर महीने की शुरुआत में एलपीजी सिलिंडर के दामों की समीक्षा करती है। कल से देश में रसोई गैस सिलिंडर की कीमत बदल जाएगी। मालूम हो कि हर राज्य में टैक्स अलग-अलग होता है और इसके हिसाब से एलपीजी के दामों में अंतर होता है। मौजूदा समय में सरकार एक वर्ष में प्रत्येक घर के लिए 14.2 किलोग्राम के 12 सिलिंडरों पर सब्सिडी प्रदान करती है। अगर ग्राहक इससे ज्यादा सिलिंडर लेना चाहते है, तो वे उन्हें बाजार मूल्य पर खरीदते हैं। इसकी कीमत औसत अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क और विदेशी विनिमय दरों में बदलाव जैसे कारक निर्धारित करते हैं।

म्यूचुअल फंड के नियम बदले 
SEBI ने मल्टीकैप म्यूचुअल फंड के लिए असेट अलोकेशन के नियमों में बदलाव किया है। इसके अनुमार, अब फंड्स का 75 फीसदी हिस्सा इक्विटी में निवेश करना जरूरी होगा। फिलहाल इसकी न्यूनतम हिस्सेदारी 65 फीसदी है। नए नियमों के मुताबिक मल्टीकैप फंड्स के स्ट्रक्चर में बदलाव होगा। फंडों को मिडकैप और स्मॉलकैप में 25-25 फीसदी निवेश करना जरूरी होगा वहीं, 25 फीसदी लार्ज कैप में लगाना होगा।

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posted on : December 31, 2020 8:26 am
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