उत्तराखंड: खाने के शौकीनों की सुधरेगी सेहत, ‘ईट राइट’ अभियान शुरू, जानें क्यों है खास

देहरादून: हर शहर में कुछ जगहें ऐसी होती हैं, जहां स्ट्रीट फूड मिलता है। स्ट्रीट फूड के शौकीनों को अपना अलग मजा और अलग स्वाद होता है। उसी खास तरहर के स्वाद और आनंद के लिए वो महंगे रेस्टोरेंट में जाने के बजाय स्ट्रीट फूड खाना पसंद करते हैं।

सस्ते दामों पर मिलता है
एक और खास बात यह भी है कि स्ट्रीट फूड लोगों को सस्ते दामों पर मिलता है। लेकिन, इसमें कई बार सेहत गड़बड़ाने का खतरा बना रहा है। आपको उस खतरे से बचाने के लिए स्मार्ट सिटी के तहत खास तैयारी की जा रही है।

ईट राइट अभियान
खाद्य सुरक्षा विभाग ने भी ईट राइट अभियान के तहत इस ओर कदम बढ़ाया है। इसके तहत शहर में ईट राइट स्मार्ट सिटी कार्यक्रम की शुरुआत की जा रही है। इसमें ईट राइट कैंपस डेवलेप किए जाएंगे। साथ ही पारंपरिक और आर्गेनिक फूड को बढ़ावा दिया जाएगा।

चरण में स्मार्ट सिटी क्षेत्र
योजना के पहले चरण में स्मार्ट सिटी क्षेत्र में स्वीट शाप, रेस्टोरेंट, होटल, स्ट्रीट फूड वेंडर, स्कूल, कालेज, दफ्तर और विभिन्न संस्थानों की कैंटीनों को ईट राइट कैंपस पोर्टल से जोड़ा जा रहा है।

स्ट्रीट फूड खाते हैं
शहर में ऐसे स्थान भी चिह्नित किए जा रहे हैं, जहां आमतौर पर शहर के लोग और पर्यटक स्ट्रीट फूड खाते हैं। इन जगहों पर 25 से 50 खाद्य कारोबारियों को साथ लेकर स्ट्रीट फूड हब विकसित किए जाएंगे। इसमें पारंपरिक भारतीय व्यंजन और स्थानीय आर्गेनिक फूड को बढ़ावा दिया जाएगा।

स्थानीय स्तर पर आर्गेनिक फ्रेश फ्रूट
इसके साथ ही स्थानीय स्तर पर आर्गेनिक फ्रेश फ्रूट वेजिटेबल मार्केट भी विकसित होंगे। व्यापारियों की सहायता के लिए फूड सेफ्टी स्टैंडर्ड अथारिटी आफ इंडिया की अधिकृत प्रशिक्षण और रेटिंग एजेंसी की भी मदद ली जा रही है। इसके सहयोग से व्यापारी अपने व्यवसाय से जुड़ी कमियां निर्धारित समय सीमा के भीतर सुधार सकते हैं।

हेल्प डेस्क भी बनाई
फूड सेफ्टी स्टैंडर्ड अथारिटी आफ इंडिया के पोर्टल पर इस बाबत जानकारी उपलब्ध है। व्यापारियों के पंजीकरण के लिए स्मार्ट सिटी कार्यालय और जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी ऑफिस में हेल्प डेस्क भी बनाई जा रही है।

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posted on : August 31, 2021 4:12 pm
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