देहरादून: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने इंदिरा हृदयेश को अमर्यादित ढंग अपमानित करने के बाद अब उनका एक ट्वीट सामने आया है। जिसमें उन्होंने कहा है कि वो उनको अपमानित नहीं करना चाहते थे। उन्होंने बयान वापस जरूर लेने की बात कही है, लेकिन माफी नहीं मांगी है।
कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री,नेता प्रतिपक्ष @IndiraHridayesh जी प्रदेश की सम्मानित नेता हैं और चुनावी क्षेत्र एक होने के कारण नोकझोंक होना स्वाभाविक है।
उन्हें व्यक्तिगत क्षति पहुंचाने का मेरा कोई इरादा नहीं था,अगर उन्हें क्षति पहुँची है तो मैं अपना बयान सम्मान पूर्वक वापस लेता हूँ— Bansidhar Bhagat (@bansidharbhagat) January 6, 2021
भग ने ट्वी में कहा है कि कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री, नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश जी प्रदेश की सम्मानित नेता हैं और चुनावी क्षेत्र एक होने के कारण नोकझोंक होना स्वाभाविक है। उन्हें व्यक्तिगत क्षति पहुंचाने का मेरा कोई इरादा नहीं था, अगर उन्हें क्षति पहुंची है तो मैं अपना बयान सम्मान पूर्वक वापस लेता हूं।
सवाल यह है कि जुबान से निकला बयान कैसे वापस हो सकता है। यह आम धारणा बन गई है कि एक बार बयान देने के बाद नेता उसे वापस ले लेते हैं। सवाल यह है कि बंशीधर भगत को सीएम त्रिवेंद्र रावत की तरह बड़ा दिल दिखाते हुए तत्काल माफी मांग लेनी चाहिए थी, लेकिन उन्होंने माफी नहीं मांगी। अब देखना होगा कि इस पर कांग्रेस का क्या रुख रहता है।