उत्तरकाशी: डुंडा ब्लॉक में जिला मुख्यालय से करीब 15 किलोमीटर दूर खनन माफिया ने मनमानी कर भागीरथी का प्रवाह रोक नदी के बीचों-बीच सड़क बना डाली थी। खनन माफिया की मनमानी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि डीएम के अनुमति नहीं देने के बावजूद भी उसने नदी के बीचों-बीच सड़क बना डाली थी।
उत्तराखंड : खनन माफिया का कारनामा, भागीरथी के बीचों-बीच बना डाली सड़क, साइलेंट मोड में अधिकारी
खनन पट्टे की आड़ में नदी में जेसीबी और पोकलैंड मशीन से भागीरथी का सीना छलनी किया जा रहा है। खनन कारोबारी पर प्रशासन ने 2.80 लाख का जुर्माना लगाया है। साथ ही प्रशासन ने नदी पर बनाई सड़क को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया है। एसडीएम डुंडा मीनाक्षी पटवाल ने डीएम मयूरी दीक्षित के निर्देश पर यह कार्रवाई की है।
जिला मुख्यालय से करीब 15 किमी दूर डुंडा तहसील क्षेत्र के कच्चडू देवता मंदिर के निकट एक खनन कारोबारी बिना अनुमति और एनजीटी के नियमों का उल्लंघन करते हुए भागीरथी नदी पर सड़क बना दी थी। पहाड़ समाचार ने इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था, जिसके बाद अब प्रशासन ने संज्ञान लेकर मामले में कार्रवाई की है।
भागीरथी में नदी में अवैध खनन किया जा रहा है। पट्टों की आड़ में भागीरथी नदी का सीना जेसीबी और पोकलैंड से चीर रहे हैं। डुंडा और चिन्यालीसौड़ में स्थिति बदहाल है। नदी में ही सड़क बनाकर रात के अंधेरे में अवैध खनन किया जा रहा है। बावजूद, अधिकारी आंखें मूंद कर बैठे हुए थे।