उत्तराखंड: 50 हजार में खरीदकर ले जा रहे थे लड़की, लेडी सिंघम ने चंगुल से ऐसे छुड़ाया

रुद्रपुर: ऊधमसिंह नगर में लड़की को 50 हजार में बेचने का मामला सामने आया है। मामले की जानकारी लगी तो एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग स्क्वाॅयड (Anti Human Trafficking Squad) की टीम ने आरोपियों का पीछा किया। इस दौरान लड़की को कार सवारों ने एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग स्क्वॉयड प्रभार बसंती आर्य को कुचलने का प्रयास भी किया। उन्होंने किसी तरह खुद को बचा तो लिया, लेकिन उनके हाथ कार से टकराने के कारण जख्मी हो गया।

चोट लगने के बाद भी प्रभारी बसंती आर्या को ने अपने साथियों के साथ कार कि पीछे किया और कुछ दूर जाकर उनको दबोच लिया। हालांकि इस दौरान दो लोग भागने में भी सफल रहे। बसंती आर्या को सूचना मिली कि कुछ लोगों ने ट्रांजिट कैंप क्षेत्र निवासी एक युवती को 50 हजार रुपये में खरीदा है और उसे स्विफ्ट कार से गदरपुर लेकर जा रहे हैं।

सूचना पर काशीपुर हाईवे स्थित फ्लाईओवर के पास बसंती आर्या ने वाहनों का तलाशी अभियान शुरू कर दिया। कुछ देर बाद संदेह के आधार पर एक स्विफ्ट कार को देख जैसे ही एएचटीएस (Anti Human Trafficking Squad) प्रभारी ने रोकने का इशारा किया तो चालक ने रफ्तार बढ़ा दी। कार चालक ने कार को तेजी से प्रभारी आर्या की ओर मोड़ दिया। आर्या वहां से दूर हटीं, लेकिन उनका हाथ कार से टकराकर बुरी तरह जख्मी हो गया।

कार करीब आधा किलोमीटर आगे हाईवे पर लगे जाम में फंस गयी। उसी बीच आर्या भी टीम के साथ वहां पहुंच गयीं। इस बीच कार सवार एक महिला और एक युवक कार से उतर कर भाग निकले। पुलिस ने कार से दो युवकों को दबोच लिया और युवती को उनके चंगुल से छुड़ा लिया। पूछताछ में आरोपियों ने अपना नाम सोनू निवासी इस्लामनगर बिजनौर (यूपी) और भूपेंद्र सिंह निवासी केलाखेड़ा  बताया।

उन्होंने हाल ही ट्रांजिट कैंप निवासी लक्ष्मी से इस युवती को 50 हजार रुपये में खरीदा था। इसके बाद वे युवती को गदरपुर में किसी व्यक्ति को बेचने जा रहे थे। उन्होंने बताया कि लक्ष्मी और कार सवार एक अन्य आरोपी रंजीत सिंह उर्फ रानू निवासी केलाखेड़ा फरार हो गये। एएचटीएस टीम ने आरोपियांे के कब्जे से छुड़ायी युवती को सुरक्षा में रखा है।

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