काशीपुर: नियति भी कैसे-कैसे खेल खेलती है। किसी को तोहफे तो किसी को जीवनभर का दर्द और गम दे जाती है। ऐसा दर्द और दुख, जिसे भुलाए भी नहीं भूला जा सकता है। हर कोई अपना जन्मदिन उल्लास से मनाता है। खुशियों के साथ सेलिब्रेट करता है। जश्न मनाता है, लेकिन आज उत्तराखंड का बेटा शहीद हिमांशु अपने जन्मदिन के दिन कफन में लौटेगा। जहां हर साल उसके जन्मदिन पर जश्न होता था। उस घर में आज चित्कार मची है। दुखों को ऐसा पहाड़ टूट पड़ा, जिसे सहन कर पाना किसी के लिए भी आसान नहीं है।
शहीद हिमांशु के परिवार वालों के लिए वह दिन मनहूस दिन साबित हुआ, जब सिक्किम में सेना के वाहन गिरने के बाद शहीद हुए जवान के परिवार वालों के लिए इस बार बेहद मनहूस रहा। इसे नियति का खेल ही कहिए कि आज काशीपुर निवासी हिमांशु नेगी का जन्मदिन है।
बताया जाता है कि हिमांशु का पार्थिव शरीर आज दोपहर में बागडोरा से सेना के विशेष विमान से दिल्ली लाया जाएगा। दिल्ली से काशीपुर उसके आवास पर एंबुलेंस से बाई रोड लाया जाएगा। शनिवार को सैन्य सम्मान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार किया जाएगा।
यहां हेमपुर डिपो की पांडे कालोनी निवासी हिमांशु नेगी 27 मार्च 2019 को 7- कुमाऊं रेजीमेंट में बतौर सिपाही तैनात हुआ था।जम्मू कश्मीर में ड्यूटी करने के बाद वह पश्चिम बंगाल की बीनागुड़ी पोस्ट पर तैनात था। 45 दिन का अवकाश पूरा करने के बाद दो जून को ही ड्यूटी पर लौटा था।
शहीद हिमांशु नेगी के पिता हीरा सिंह ने बताया कि शुक्रवार देर रात बेटे का पार्थिव शरीर घर पहुंचने की संभावना है। बताया कि आज बेटे का 21वां जन्मदिन था। कहा कि हर साल बेटे के जन्म दिन का खास इंतजार रहता। लेकिन इस साल उसके जन्म दिन से ठीक पहले उसकी मौत की सूचना मिली।