उत्तराखंड : बाबा की केदारपुरी से PM मोदी का संबोधन, यहां पढ़ें खास बातें

केदारनाथ : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) केदारनाथ धाम में पूजन किया. इससे पहले पीएम ने विकास कार्यों की समीक्षा की. केदारनाथ मंदिर के दर्शन करने के अलावा 250 करोड़ रुपये की केदारपुरी पुनर्निर्माण परियोजनाओं का उद्घाटन किया। आदि गुरु शंकराचार्य की समाधि और मूर्ति का अनावरण किया। PM मोदी ने केदारपुरी पुनर्निर्माण के दूसरे चरण की परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी.

 पीएम ने कहा कि अब हमारी सांस्कृतिक विरासतों को, आस्था के केन्द्रों को उसी गौरवभाव से देखा जा रहा है, जैसा देखा जाना चाहिए. आज अयोध्या में भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर पूरे गौरव के साथ बन रहा है, अयोध्या को उसका गौरव वापस मिल रहा है. अभी दो दिन पहले ही अयोध्या में दीपोत्सव का भव्य आयोजन पूरी दुनिया ने देखा. भारत का प्राचीन सांस्कृतिक स्वरूप कैसा रहा होगा, आज हम इसकी कल्पना कर सकते हैं.

पीएम ने कहा कि आदि शंकराचार्य जी पवित्र मठों की स्थापना की, चार धामों की स्थापना की, द्वादश ज्योतिर्लिंगों का पुनर्जागरण का काम किया. आदि शंकराचार्य जी ने सबकुछ त्यागकर देश, समाज और मानवता के लिए जीने वालों के लिए एक सशक्त परंपरा खड़ी की.

पीएम ने कहा कि एक समय था जब आध्यात्म को, धर्म को केवल रूढ़ियों से जोड़कर देखा जाने लगा था लेकिन, भारतीय दर्शन तो मानव कल्याण की बात करता है, जीवन को पूर्णता के साथ, समग्र तरीका में देखता है. आदि शंकराचार्य जी ने समाज को इस सत्य से परिचित कराने का काम किया

पीएम ने कहा कि शंकर का संस्कृत में अर्थ है- ‘शं करोति सः शंकरः’ यानी, जो कल्याण करे, वही शंकर है. इस व्याकरण को भी आचार्य शंकर ने प्रत्यक्ष प्रमाणित कर दिया. उनका पूरा जीवन जितना असाधारण था, उतना ही वो जन-साधारण के कल्याण के लिए समर्पित थे.

पीएम ने कहा कि इस आदि भूमि पर शाश्वत के साथ आधुनिकता का ये मेल, विकास के ये काम भगवान शंकर की सहज कृपा का ही परिणाम हैं. मैं इन पुनीत प्रयासों के लिए उत्तराखंड सरकार का, मुख्यमंत्री धामी जी का, और इन कामों की ज़िम्मेदारी उठाने वाले सभी लोगों का भी धन्यवाद करता हूँ.

मैं सभी ‘रावलों’ को धन्यवाद देता हूं- PM केदारनाथ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैंने दिल्ली से केदारनाथ में पुनर्विकास कार्यों की नियमित समीक्षा की है. मैंने ड्रोन फुटेज के माध्यम से यहां किए जा रहे विभिन्न कार्यों की प्रगति की समीक्षा की. इन कार्यों के लिए मार्गदर्शन के लिए मैं यहां सभी ‘रावलों’ को धन्यवाद देना चाहता हूं:

क्या केदारनाथ का पुनर्विकास किया जा सकता है? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 2013 के विनाश के बाद, लोग सोचते थे कि क्या केदारनाथ का पुनर्विकास किया जा सकता है लेकिन मेरे भीतर की एक आवाज ने हमेशा मुझसे कहा कि केदारनाथ का फिर से विकास होगा.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं उन सभी का हृदय से धन्यवाद करता हूं, जिन्होंने एड़ी चोटी का जोर लगा कर केदारपुरी के सपनों को पूरा किया है. यहां पूरे साल काम हुआ है. बर्फबारी के बीच भी हमारे लोगों ने काम किया.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारे उपनिषदों में, आदि शंकराचार्य जी की रचनाओं में कई जगह नेति-नेति कहकर एक भाव विश्व का विस्तार दिया गया है. रामचरित मानस को भी हम देखें तो इसमें में अलग तरीके से ये भाव दोहराया गया है.

अबिगत अकथ अपार, नेति-नेति नित निगम कह’ अर्थात्, कुछ अनुभव इतने अलौकिक, इतने अनंत होते हैं कि उन्हें शब्दों से व्यक्त नहीं किया जा सकता. बाबा केदारनाथ की शरण में आकर मेरी अनुभूति ऐसी ही होती है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज सभी मठों, 12 ज्योतिर्लिंगों, अनेक शिवालयों, शक्ति धाम,अनेक तीर्थ क्षेत्रों पर देश के गणमान्य महापुरुष, पूज्य शंकराचार्य परंपरा से जुड़े हुए सभी वरिष्ठ ऋषि, मनीषी और अनेक श्रद्धालु भी देश के हर कोने से केदारनाथ की इस पवित्र भूमि के साथ हमें आशीर्वाद दे रहे हैं.

 केदारपुरी में संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आप सभी आदि शंकराचार्य जी की समाधि की पुनर्स्थापना के साक्षी बन रहे हैं. ये भारत की आध्यात्मिक समृद्धि और व्यापकता का बहुत अलौकिक दृश्य है.

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posted on : November 5, 2021 11:09 am
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