पौड़ी : सरकार एक तरफ तो पलायन रोकने के लिए आयोग का गठन करती है। लोगों से रिवर्स माइग्रेशन के लिए कहा जाता हैं, लेकिन गांव के जो हालात हैं, जो स्थितियां हैं। ऐसे हालातों में लोग कैसे रिवर्स माइग्रेशन करेंगे और किस तरह अपने गांव को लौटेंगे।
जंगली जानवर अक्सर आबादी वाले इलाकों में घुस आते हैं।गांव में गुलदार और दूसरे खतरनाक जानवर लोगों पर हमला कर देते हैं। कई लोग अपनी जान गवां चुके हैं। हाल ही में डबरा गांव, कोलखंडी, किमगड़ी गाड़ क्षेत्रों में भी डबरा गांव जैसी घटनाएं सामने आ चुकी हैं। लोगों में जंगली जानवरों के डर से दहशत में है।
स्थिति यह है कि लोग अपने रोजाना के कामों के लिए भी खेतों में जाने से डरने लगे हैं। कांग्रेस प्रदेश सचू युवा नेता कवींद्र इष्टवाल ने कहा कि सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए। रिवर्स माइग्रेशन के लिए भी लोग तभी प्रेरित होंगे, जब लोगों को सुरक्षित रहेंगे। ऐसे तो कोई गांव नहीं लौटना चाहेगा कि, वह गांव जाए और जंगली जानवरों का शिकार हो जाए।
उन्होंने मांग की है कि सरकार को सभी गांवों के बाहर इलेक्ट्रॉनिक या सोलर फेंसिंग कर देनी चाहिए। ताकि जंगली जानवर गांव तक न पहुंच पाएं और वन विभाग की भी नियमित गश्त होनी चाहिए, जिससे ग्रामीणों को सुरक्षित किया जा सके। यह तभी संभव होगा जब इसके लिए अलग से बजट जारी किया जा जाएगा।