गदरपुर: चुनाव प्रचार इस बार नेताओं के लिए कठिन चुनौती बन गया है। अब तक रैलियों में ही प्रचार करने वाले नेताओं को कोरोना ने वोटरों के दर तक पहुंचा दिया। डोर-टू-डोर प्रचार के लिए नेता घर-घर दस्तक दे रहे हैं। यही उनके लिए बससे बड़ी चुनौती भी साबित हो रहा है। लोग नेताओं पर सीधे सवाल दाग रहे हैं। गदरपुर में शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे को लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा।
गांव पहुंचते ही शिक्षा मंत्री से स्थानीय लोगों ने पूछा कि आपने गांव के लिए क्या किया है। जवाब में अरविंद पांडे से एक सड़क की ओर इशारा करते नजर आ रहे हैं। लेकिन, इस पर उनको जवाब मिला कि सड़क केवल गांव के बाहर तक ही बनी है। क्या गांव में लोग नहीं रहते।
इतना ही नहीं, व्यक्ति ने शिक्षा मंत्री पर घोटाले का आरोप लगाया था। इस पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि उन्होंने मंदिर के लिए कोई पैसा सरकारी योजना में नहीं दिया है। इस पर स्थानीय निवासी ने कहा कि वहां आपके नाम को बोर्ड लगाया गया है। बिना काम किए ही है, पैसे का भगुतान कर लिया गया।
इसके बाद शिक्षा मंत्री यह कहते हुए वहां से चले गए कि देखो ये स्टंटबाजी कर रहा है। लोगों को दिखाने के लिए वीडियो बनवा रहा है और वहां से चले गए। इससे एक बात तो साफ है कि इस बार नेताओं के लिए वोट मांगना आसान नहीं है, लोग जागरूक हैं और सवाल पूछना जानते हैं।