राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो ने एक जारी की है। 2020 की इस रिपोर्ट में उत्तराखंड में अपराधों के जो आंकड़े सामने आए हैं, वो बेहद चौंकाने वाले हैं। पहाड़ी राज्यों की स्थिति की बात करें, तो उत्तराखंड का सबसे बुरा हाल है। खासकर हत्या और रेप के मामलों में पहाड़ी राज्यों में उत्तराखंड नंबर वन पर है। एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार 2020 में कोरोना काल में भी राज्य में अपराधों पर रोक नहीं लग सकी।
पिछले 5 सालों में उत्तराखंड में अपराध
साल | 2016 | 2017 | 2018 | 2019 | 2020 |
कुल मामले | 16074 | 28861 | 34715 | 28268 | 57332 |
NCRB रिपोर्ट के मुताबिक साल 2018 में उत्तराखंड में कुल 3415 अपराध के मुकदमे दर्ज किए गए थे। साल 2019 में 28268 दर्ज किए गए. जबकि 2020 में 57332 अपराध के मामले दर्ज हुए। इन आंकड़ों के मुताबिक 2019 की तुलना कोविड-19 काल 2020 में अधिक मुकदमे दर्ज हुए हैं. वहीं 2019 में साल 2018 के मुकाबले राज्य में अपराध कम था. 2018 में जहां 34715 क्राइम केस दर्ज हुए थे, तो वहीं 2019 में कुल 28268 मामले दर्ज हुए थे।
हत्या के मामलों में पहले नंबर पर उत्तराखंड
साल | 2017 | 2018 | 2019 | 2020 | |
हत्या के मामले | 181 | 211 | 199 | 160 |
उत्तराखंड में साल 2019 में 199 हत्या के मामले दर्ज हुए थे। हालांकि साल 2020 में हत्या के मामलों में 2019 के मुकाबले थोड़ी गिरावट देखने को मिली है। 2020 में राज्य में कुल 160 मर्डर केस सामने आए हैं। लेकिन एनसीआरबी द्वारा जारी की गई इस रिपोर्ट में 2020 में पहाड़ी राज्यों में हत्या के मामलों में उत्तराखंड पहले नंबर पर है, जो चिंता का विषय है। अगर देश के 9 हिमालयी राज्यों की बात करें तो उत्तराखंड पहले नंबर पर है। इसके अलावा जम्मू कश्मीर (149) दूसरे और हिमाचल प्रदेश (91) तीसरे नंबर पर है। वहीं देश में 2020 के दौरान कुल 29,193 हत्या के मामले दर्ज किए गए, जो 2019 (28,915 मामलों) की तुलना में 1.0 प्रतिशत बढ़ गए हैं।
महिलाओं के खिलाफ बढ़ा अपराध
साल | 2015 | 2016 | 2017 | 2018 | 2019 | 2020 |
कुल मामले | 1465 | 1588 | 1944 | 2817 | 2541 | 2846 |
उत्तराखंड में 2020 में महिलाओं के विरूद्ध अपराध के कुल 2846 मामले दर्ज किए गए जो 2019 में 2541 थे और 2018 में 2817 थे। वहीं, पिछले 5 सालों की बात करें तो राज्य में 2015 से महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले हर साल लगातार बढ़ें हैं।
उत्तराखंड में रेप केस
नौ हिमालयी राज्यों की तुलना की जाए तो बलात्कार और बाल यौन शोषण के सबसे ज्यादा मामले भी उत्तराखंड में ही दर्ज किए गए हैं। यह राज्य के लिए बुरी बात तो है, लेकिन लोगों ने हिम्मत दिखाकर पुलिस से शिकायत भी की है। आंकड़ों के अनुसार, उत्तराखंड में 2020 में बलात्कार के 487 मामले दर्ज किए। हिमाचल (331 ) में दर्ज किए गए, जिसके बाद त्रिपुरा में 79 मामले सामने आए हैं।
दोगुना हुआ साइबर अपराध
साल | 2018 | 2019 | 2020 | |
केस | 171 | 100 | 243 |
खास बात यह है कि इस दौरान साइबर अपराधों के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हुई। 2019 के मुकाबले 2020 में अपराध के ज्यादा मुकदमे दर्ज हुए हैं। स्थिति यह है कि राजधानी देहरादून साइबर अपराधों के मामलों में देशभर में पांचवें नंबर पर पहुंच गया। 2020 में साइबर अपराध के 243 मामले दर्ज किए गए। 2019 में 100 मामले सामने आए थे। 2020 में कोविड-19 काल के दौरान साइबर क्राइम में भी वृद्धी देखने को मिली है। देश में 2020 में साइबर अपराध के तहत कुल 18,657 मामले दर्ज किए गए हैं, जो 2019 (18,500 मामले) की तुलना में 0.8 फीसदी की वृद्धि दर्शाता है। भारत में साइबर अपराध का रेट भी 2019 में 16.2 से बढ़कर 2020 में 16.4 हो गया।