देहरादून: अटैचमेंट समाप्त करने के आदेश के बाद देहरादून डायट में बिना परीक्षा के की गई प्रतिनियुक्तियों के खिलाफ शिक्षक नेता अनिल बडोनी समेत कई अन्य शिक्षकों और शिक्षक संगठनों के प्रतिनिधियों ने सोशल मीडिया में विरोध किया था। इसके बाद जिला शिक्षा अधिकारी टिहरी ने अनिल बडोनी को नोटिस जारी कर दिया गया। उनसे आचरण सेवा नियमावली के विपरीत सोशल मीडिया में पोस्ट करने को लेकर स्पष्टीकरण मांगा है।
जिला शिक्षा अधिकारी की ओर से जारी नोटिस में अनिल बडोनी को प्रवक्ता लिखा गया है। इस आदेश के बाद अनिल बडोनी ने एक और पोस्ट की, जिसमें उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी की ओर से उनके खिलाफ जारी नोटिस को शेयर किया है। साथ ही यह भी लिखा है कि मैं प्रवक्ता नहीं, बल्कि सहायक अध्यापक हूं।
उनकी इस पोस्ट के बाद प्रदेश भर में शिक्षकों में शिक्षा विभाग के अधिकारियों के खिलाफ भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है। बडोनी के समर्थन में प्रदेश भर के कई शिक्षकों ने सोशल मीडिया में पोस्ट की है। इस बीच एक दूसरी पोस्ट वायरल हो रही है, जिसमें अनिल बडोनी के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने की शिकायत की गई है।
इसके बाद शिक्षकों का गुस्सा और बढ़ गया। शिक्षकों और शिक्षक संगठनों का कहना है कि यह शिक्षा विभाग के अधिकारियों की गलत नीतियों के खिलाफ उठने वाली आवाजों को दबाने के लिए ऐसा किया जा रहा है। इससे शिक्षकों की आवाज को नहीं दबाया जा सकता। बल्कि, शिक्षक और अधिक मजबूती से अपनी आवाज बुलंद करेंगे।
बड़ा सवाल यह है कि शिक्षा विभाग के अधिकारी अपने कारनामों को छुपाने के लिए आवाज उठाने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई करने पर उतारू है। जिनसे सवाल पूछा जाना चाहिए, उनसे को सवाल तक नहीं कर रहा है। शिक्षकों इस तरह के मामलों के खिलाफ आंदोलन करने का भी बन लिया है।
शिक्षकों और शिक्षक संगठनों के प्रतिनिधि लगातार अनिल बडोनी का समर्थन कर रहे हैं और सोशल मीडिया में लगातार पोस्ट भी लिख रहे हैं। फेसबुक से लेकर व्हाट्सएप तक सभी जगह उनके समर्थन में लिखा जा रहा है। शिक्षक संगठनों के नाम से बने सोशल मीडिया आउंट्स में शिक्षक खुलकर समर्थन कर रहे हैं।