उत्तराखंड: युवाओं की उम्मीद CM धामी, बच नहीं पायेंगे हकों पर डाका मारने वाले

देहरादून: सीएम पुष्कर सिंह धामी ने जब से राज्य की कमान संभाली है, चाहे उनको छोटा सा पहले कार्यकाल रहा हो या फिर दूसरी बार सीएम बनने के बाद अब तक का कार्यकाल। दोनों ही कार्यकालों में उन्होंने युवाओं के हितों में काम करने का पूरा प्रयास किया है। उत्तराखंड अधीनस्त चयन सेवा आयोग मामले में भी सीएम धामी ने युवाओं की बात सुनी और परिणाम सभी के सामने हैं।

हालांकि, पेपर लीक मामले में अब भी कई खुलासे हो सकते हैं। सीएम धामी ने युवाओं की एक मांग पर एसटीएफ को जांच के निर्देश दिए और साथ में यह जांच के लिए फ्री-हैंड भी दिया। सीएम धामी ने साफ कहा है कि युवाओं के हकों पर डाका डालने वाले बच नहीं पाएंगे।

इससे पहले भी यूकेएसएसएससी मामले में शिकायतें होती रही हैं। जांच की बातें भी हुई। लेकिन, जांचों का क्या हुआ। वह भी सब जानते हैं। किसी भी जांच में कुद गिरफ्तारियों के बाद मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। लेकिन, इस बार ऐसा होने वाला नहीं है। जो लोग यह सोच रहे हैं कि राजनीतिक प्रभाव से बच निकलेंगे, फिलहाल ऐसा होता नजर नहीं आ रहा है।

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जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम करते हुए धामी सरकार ने नकल माफिया को बेनकाब करने वाली एसटीएफ टीम को सम्मानित भी किया। सीएम ने जैसा चाहा था। एसटीएफ ने जांच में वही धार रखी और अब तक 18 लोगों को सलाखों के पीदे पहुंचा चुकी है।

मामले का सरगना माने जा रहे हाकम सिंह रावत भी भाजपा को जिला पंचायत सदस्य रहा है। भाजपा ने उसे गिरफ्तार होते ही पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया। सीएम धामी युवाओं से किया वादा निभा रहे हैं। युवाओं से उनको खास लगाव भी है।

उसका सबसे बड़ा कारण यह है कि सीएम धामी खुद भी युवा हैं और लगातार युवाओं के हितों में फैसला ले रहे हैं। आयोग में पेपर लीक कांड के बाद भर्तियों पर संकट मंडरा रहा था, लेकिन सीएम धामी ने बगैर देर किए आयोग में परीक्षा नियंत्रत और सचिव की नियुक्ति कर युवाओं की टेंशन को दूर कर दिया।

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posted on : August 18, 2022 11:33 am
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