उत्तराखंड: प्रेमचंद अग्रवाल पर CM धामी सख्त, किया तलब, DGP को जांच के निर्देश

  • ऋषिकेश के विवादित घटनाक्रम का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लिया संज्ञान।

  • संपूर्ण घटनाक्रम की निष्पक्ष जांच के पुलिस महानिदेशक को दिए निर्देश।

  • कल दिल्ली से देहरादून लौटने पर कैबिनेट मंत्री को किया तलब।

  • मुख्यमंत्री के स्पष्ट निर्देश : निर्दोष को न मिले सजा, भेद-भाव एवं पक्षपातपूर्ण कार्यवाही किसी भी सूरत में न होगी बर्दाश्त।

देहरादून: कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल की युवक के साथ मारपीट का VIDEO वायरल होने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सख्ती दिखाई है।

उन्होंने पूरे प्रकरण की DGP को निष्पक्ष जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही मुख्यमंत्री धामी ने कल कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल को तलब किया है।

CM दिल्ली दौरे पर हैं और कल लौट आएंगे। मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने राह चलते अपनी गाड़ी से उतर कर और उनके स्टाफ ने एक युवक की बुरी तरह से पिटाई कर दी थी, जिसका वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है।

वीडियो वायरल होने के बाद जहां कांग्रेस भाजपा पर हमलावर हो गई। वहीं, सोशल मीडिया में प्रदेशभर से कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के प्रति लोगों ने गुस्सा जाहिर किया है।

शहरी विकास एवं वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के एक युवक को सड़क पर मारने का वीडियो वायरल होने के बाद उत्तराखंड कांग्रेस के अध्यक्ष करन माहरा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।

महारा ने कहा की इस तरह की घटना लोकतंत्र के लिए एक बदनुमा दाग है, जहां सत्तारूढ़ दल के मंत्री आम जनता को कीड़े मकोड़े की तरह समझते हैं।जनप्रतिनिधियों को इस तरह के कृत्य किसी भी सूरत में शोभा नहीं देते।

वायरल हो रहा वीडियो बानगी है भाजपा के निरंकुश शासन की, वीडियो एक वीभत्स नमूना है इस बात का कि सत्ता किस हद तक व्यक्ति को बेखौफ बेलगाम और अहंकारी बना सकती है।

महारा ने कहा कि यदि प्रेमचंद अग्रवाल की पहली गलती पर ही भारतीय जनता पार्टी के आलाकमान ने संज्ञान लेते हुए नकेल कस दी होती तो आज भारतीय जनता पार्टी के हर कार्यकर्ता को प्रेमचंद अग्रवाल के इस कृत्य से मुंह छुपाने की और शर्मसार होने की जरूरत नहीं पड़ती।

महारा ने यह भी कहा कि प्रेमचंद्र अग्रवाल कोई सड़क छाप या ऐरा गेरा व्यक्ति नहीं हैं वह विधानसभा अध्यक्ष जैसे गरिमामई पद पर रह चुके हैं ,संसदीय कार्य मंत्री रह चुके हैं वर्तमान में शहरी विकास मंत्री और वित्त मंत्री हैं ऐसे में उनसे समाज की एक जिम्मेदार सुलझे हुए और परिपक्व बर्ताव की अपेक्षा की जाती है। भाजपा आलाकमान इसे अनदेखा कर देगा, क्योंकि भाजपाइयों को सौ खून माफ है।

इससे पूर्व भी विधानसभा बैक डोर नियुक्तियों में जिन कर्मियों की नियुक्ति अग्रवाल ने बैकडोर से की थी उनको तो वर्तमान विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया परंतु रितु खंडूरी समेत समूची भाजपा अग्रवाल का बाल बांका नहीं कर पाई।

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posted on : May 2, 2023 9:54 pm
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